
- जब मेरा जलवा छा जाता है,
दुश्मन को रास्ता बदलना पड़ जाता है।
मेरा अंदाज ही काफ़ी है,
जो हर सिर झुका जाता है।”
- “हमसे उलझना है तो सोच समझ के आना,
क्योंकि यहां बातों से नहीं, शेर दिल से खेलते हैं।”
- “अकड़ में जीना फितरत है हमारी,
दुश्मन के दिल में डर बसा के रखते हैं।”
- “तू फिक्र करता रहेगा, मैं जीतता चला जाऊंगा,
तेरे हर सवाल का जवाब मैं खुद ही बनाऊंगा।”
- “दिखावे से दूर हूं, असली हूं मैं,
सामने जो आए, उसकी नींद उड़ा दूं मैं।”
- “तेरे जैसे लाखों आए और चले गए,
पर मैं वो हूं जो कभी झुका नहीं।”
- “जो मुझे समझने की कोशिश करता है,
वो खुद को ही खो देता है।”
- “हमसे जो पंगा ले, उसकी रातों की नींद उड़ जाती है,
क्योंकि हमारी बात नहीं, अकड़ चलती है।”
- “दुश्मन तो बहुत हैं पर हम भी बेमिसाल हैं,
तूफानों में भी खड़े रहने वाले हाल हैं।” - “मैं वो नहीं जो हार मान ले,
तू आके देख, मैं मैदान में डटा हूं।” - “दुश्मन की कोशिश लाख हो,
हमारी जीत हमेशा पक्की होती है।”Badmash Boy Smoking,Attitude ,Badmashi Shayari in HINDI
- “अकड़ में रहना मेरी आदत है,
ख़ामोशी में भी शेर की इबादत है।
तूफान भी आकर मुझसे बचता है,
क्योंकि मेरा नाम ही मेरी इज्ज़त है।”
- “तेरी सोच में हम नहीं आते,
क्योंकि हम वहां होते हैं जहां तू पहुंच नहीं पाता।”
- “हमारा नाम ही काफी है,
जो हर जगह दबंगई से चलता है।”
- “हमारी शान देख के जलने वाले बहुत हैं,
पर हम जलने वालों के लिए हवा नहीं बनते।”
- “जो मेरे सामने खड़ा होता है,
वो सिर्फ अपनी हदें देखता है।”
- “मुझे हराना तेरे बस की बात नहीं,
क्योंकि मैं वहीं होता हूं जहां तेरी सोच खत्म होती है।”
- “दुश्मन की चाल में फंसने वाले नहीं हैं,
हम अपनी किस्मत खुद लिखते हैं।”
- “तू जितनी कोशिश करेगा गिराने की,
मैं उतनी ही ताकत से उठ जाऊंगा।”
- “हमसे जलने वाले खुद जलते हैं,
क्योंकि हम उनका इलाज नहीं करते।” - “कौन कितना बड़ा है, ये हमारी नज़रें तय करती हैं।”
- “सड़कें हमारी नहीं, हमारी अकड़ की होती हैं।

- “मैं वो नहीं जो हर बार झुके,
मुकाबला हो तो देख कौन किसे रुके।
तेरी औकात मेरी सोच से परे है,
तू मुझे क्या, ख़ुद को संभाल नहीं सके।”
- “हमारी हर चाल में बस जीत लिखी होती है।”
- “जिन्हें रास्ते की समझ नहीं,
वो हमारे साथ नहीं चल सकते।”
- “तेरी औकात तुझसे नहीं,
हमसे तय होती है।”
- “जब हम उठते हैं,
तब दुनिया की निगाहें खुद झुक जाती हैं।”
- “किस्मत की बात नहीं,
हम तो अपनी किस्मत खुद बनाते हैं।” - “दुश्मनी हो तो हमारे जैसी,
वरना दोस्ती से ही काम चला लो।”
- “आंधी भी आएगी,
तो हमसे टकरा कर ठहर जाएगी।”
- “हमारा हौसला हर मुश्किल को पार कर जाता है।”
- “जो हमें हराने की सोचता है,
वो खुद हार मान लेता है।”
- “हम तो वही हैं,
जो किसी के आगे सिर नहीं झुकाते।”

- “खुद पे भरोसा, दुनिया से ज्यादा है,
मेरी चाल को समझना, तेरे बस का नहीं है।
बादशाह हूं मैं अपने मुक़ाम का,
मेरी हद से बाहर तेरा नाम भी नहीं है।”
- “रास्ता चाहे कितना भी मुश्किल हो,
हम अपने दम पर उसे पार कर लेते हैं।”
- “बातों से नहीं,
हम अपने काम से पहचान बनाते हैं।”
- “तेरे जैसे लाखों आए,
पर हम अपनी जगह पर कायम हैं।”
- “खेल खेलना है,
तो मैदान में आ, वरना दूर से चुप रह।”
- “जो मेरे खिलाफ खड़ा होगा,
वो अपनी ही पहचान खो देगा।”
- “हम वो नहीं जो कभी हार मानते हैं।”
- “मेरे आगे तू नहीं,
तेरी परछाईं भी झुकेगी।”
- “जो भी हमें कमज़ोर समझता है,
वो खुद अपने हौसले खो देता है।”
- “हमारी हिम्मत का कोई मोल नहीं,
दुनिया चाहे कुछ भी कहे।”
- “हमसे मुकाबला करने की हिम्मत कर,
तो पता चलेगा कौन असली शेर है।”
- “हमारा अंदाज ही काफी है,
जो हर किसी को अपनी जगह दिखा दे।”

- “हम वो हैं जो बात से नहीं,
हालात से जीतते हैं।
दुश्मनी करने वालों को,
हम वक़्त पर याद दिलाते हैं।”
- “हर मोड़ पर हमारी जीत ही मंज़िल होती है।”
- “दुश्मनों को डराकर जीना हमारी फितरत है।”
- “हमसे टकराने वाला खुद ही हार जाता है।”
- “हमारे हर कदम पर दुश्मन की हार लिखी होती है।”
- “हम जीतते हैं,
तो हारने वालों की भी पहचान होती है।”
- “हमारा अंदाज देखकर लोग खुद झुक जाते हैं।”
- “जो हमारे खिलाफ जाता है,
वो अपनी राह भूल जाता है।”
- “तेरी हर चाल नाकाम रहेगी,
क्योंकि हमारी किस्मत में सिर्फ जीत है।”
- “हमारा सामना करने की हिम्मत जुटा,
फिर देख, कौन किसे रोकता है।”
- “तू अपनी जगह देख,
मैं वहां हूं जहां जीत होती है।”

- “तू कोशिश करता रहेगा,
मुझे गिराने की, ये ख्वाब देखता रहेगा।
तेरे जैसे कई देखे हैं हमने,
जो खुद ही मिट्टी में मिलते रहे।”
- “किसी के सामने झुकना हमारी फितरत में नहीं,
जो हमें झुकाने आए, वो खुद बिखर जाता है।”
- “हमारा अंदाज ही ऐसा है,
जो दुश्मनों को सोचने पर मजबूर कर देता है।”
- “तू सोचता रहेगा हम कैसे आगे बढ़ते हैं,
और हम तुझे हर कदम पर पीछे छोड़ते रहेंगे।”
- “मेरे जैसा बनने की कोशिश मत कर,
क्योंकि तुझसे ये हुनर नहीं आएगा।”
- “जो मेरे खिलाफ जाए,
वो अपने ही कदमों से ठोकर खाता है।”
- “हमारी राहें कठिन जरूर हैं,
पर हमारी मंज़िल हमेशा ऊंची होती है।”
- “आंधियों से नहीं डरते,
हम वो हैं जो तूफान में भी चल पड़ते हैं।”
- “तेरी चालों का जवाब मैं अपनी शांति से दूंगा,
क्योंकि जब मैं बोलूंगा, तू चुप हो जाएगा।”
- “मुझे हराने की सोचने वाले,
खुद अपने कदमों से हार जाते हैं।”
- “तू खेल खेलने की सोचता है,
हम वो हैं जो हर खेल में जीतते हैं।”

- “हमसे जलने वालों की कमी नहीं,
पर हम अपना जलवा दिखाते हैं कहीं।
जो सामने आए, उसे झुकना ही पड़ेगा,
क्योंकि ये दुनिया हमारी नहीं, हमारी अकड़ की है।”
- “मेरे खिलाफ बोलने से पहले सोच ले,
तेरी हर आवाज़ का जवाब मैं शेर की दहाड़ से दूंगा।”
- “हमसे नफरत करने वाले,
खुद अपने जहर में जल जाते हैं।”
- “तेरा हर सवाल अधूरा है,
और मेरा हर जवाब मुकम्मल।”
- “हमारी चाल से दुनिया थम जाती है,
क्योंकि हम जहां होते हैं, वहीं से रास्ते निकलते हैं।” - “तेरी हिम्मत मेरे सामने कम पड़ जाती है,
क्योंकि मैं वो हूं जो हर बार जीतता है।”
- “तू दूर से देख,
मैं वही हूं जो हर कदम पर जीत लिखता है।”
- “हर किसी की किस्मत में नहीं,
हमारी तरह खड़ा होना।”
- “दुश्मन को उसकी औकात दिखाने का हुनर हम रखते हैं।”
- “हमसे टकराना तेरी सबसे बड़ी भूल होगी।”
- “हम वो नहीं जो डर से भाग जाएं,
हम वो हैं जो डर का सामना करते हैं।”

- “खेल खेलना है तो मैदान में आ,
दूर से नहीं, सामने से भिड़।
तेरी हर चाल नाकाम हो जाएगी,
जब हमारी जीत की शर्त होगी खड़ी।”
- “मेरे नाम से ही दुश्मन पीछे हट जाते हैं।”
- “असली ताकत हमारी सादगी में है।”
- “तू कितना भी बड़ा हो,
हमेशा मेरी नजरों में छोटा रहेगा।”
- “मेरी अकड़ में दम है,
तेरी हिम्मत इसमें खो जाएगी।”
- “जो मेरे खिलाफ खड़ा होगा,
वो हमेशा खुद को ही गिरा पाएगा।”
- “हमसे जो टकराएगा,
वो अपने ख्वाबों में भी हार जाएगा।”
- “तेरी हिम्मत मेरी अकड़ के सामने कुछ भी नहीं।”
- “जो मुझे हराने का ख्वाब देखता है,
वो अपनी नींद खुद से खोता है।”
- “मेरे हर कदम में जीत है,
तेरे हर कदम में हार।”
- “तेरे जैसे लाखों आए,
पर मैं अकेला ही काफी हूं।”

- “हर कदम पे जलवा है मेरा,
कोई भी हो सामने, हाथ में सिर झुका है मेरा।
आंधियों से नहीं डरता मैं,
क्योंकि मेरे पास अपना फौलादी कंधा है।”
- “तेरा घमंड मुझसे टकराकर चूर हो जाएगा।”
- “जो मेरे आगे खड़ा होता है,
वो हमेशा खुद को खो देता है।”
- “हमसे टकराने की कोशिश मत कर,
हम वो हैं जो खेल को पलट देते हैं।”
- “तेरे जैसे कई आए और गए,
पर हमारी कहानी कभी नहीं बदली।”
- “मेरे सामने तेरी चाल धरी की धरी रह जाएगी।”
- “हमारी बातों में दम है,
और तेरी कोशिशों में बस हसरतें।” - “हमारी राह में जो आता है,
वो खुद की राह खो बैठता है।”
- “तेरा हर वार मुझ पर हल्का साबित होगा।”
- “मेरे पास आने की हिम्मत कर,
तेरी हर चाल मैं पलट दूंगा।”
- “हम वो हैं, जो दुश्मनों को अपना नाम याद दिलाते हैं।”

- “तुझसे ज्यादा नहीं हूं,
पर तुझसे कम भी नहीं।
जिस दिन तुझे समझ में आएगा,
तू उस दिन भी मेरी कदर न कर सकेगा।”
- “तेरी अकड़ मेरे सामने टिक नहीं पाएगी।”
- “मैं वो हूं, जो हर मुकाम पर जीतता हूं।”
- “तेरी हर चाल मेरी जीत को और मजबूत करेगी।”
- “तेरी हिम्मत मुझसे मुकाबला करने में नहीं है।”
- “जो मेरे खिलाफ जाता है,
वो अपनी हद भूल जाता है।”
- “तेरी सोच में जो दूरी है,
वो मेरी जीत की कहानी है।” - “तेरी हर हार मेरे नाम लिखी होती है।”
- “मैं वो हूं, जो अपनी शर्तों पर जीतता हूं।”
- “तेरा हर जवाब मेरे सवाल के सामने फीका है।”