Desh Bhakti Shayari in Hindi: देश भक्ति शायरी हर भारतीय के दिल में जोश और गर्व जगाने का एक सशक्त माध्यम है। जब हम भारत माता की महानता और बलिदान की बातें करते हैं तो शायरी हमारे शब्दों को और गहराई देती है। देशभक्ति की यह भावना हमें अपने देश के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देती है। देश भक्ति शायरी उन वीर शहीदों को याद करने का सबसे सुंदर तरीका है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी। 2025 में भी युवा पीढ़ी इस तरह की शायरी पढ़कर राष्ट्र के प्रति अपने प्रेम को और प्रगाढ़ कर सकती है। देश के लिए लिखी गई पंक्तियाँ न सिर्फ मन को छूती हैं बल्कि हमें अपने कर्तव्यों की याद भी दिलाती हैं। देश भक्ति शायरी हर मौके पर देशप्रेम को व्यक्त करने का सबसे सरल और असरदार माध्यम है।
Desh Bhakti Shayari in Hindi
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मिट्टी की ख़ुशबू आती है जब वीर जवान खेतों में सोते हैं।
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सर झुकाकर सलाम करें उन शहीदों को जिनसे भारत रोशन है।
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तिरंगे की आन में जीना है, इसकी शान में मरना है।
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मेरे वतन का कण-कण मेरा अभिमान है।
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जो वतन पर मिट जाए वही सच्चा जवान है।
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दिल से निकले दुआ हमेशा भारत माता के लिए।
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वीर सपूतों के बलिदान से आज़ादी महकती है।
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तिरंगे से बढ़कर कोई पहचान नहीं।
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हमारी रगों में बहता है भारत का खून।
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शहीदों की चिताओं पर देश गर्व करता है।
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जब तक जान है तब तक वतन है।
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मेरा तिरंगा मेरी पहचान है।
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देश की मिट्टी सोना से प्यारी है।
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वीरों की कुर्बानी से आज़ादी कायम है।
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तिरंगा ऊँचा रहे हमारा यही अरमान है।
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हर भारतीय का सपना – शक्तिशाली भारत।
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शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
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देशभक्ति हर भारतीय की सच्ची पहचान है।
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जब तक सूरज-चाँद रहेगा भारत अमर रहेगा।
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वीर जवानों की गाथा हर दिल में गूँजती है।
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माँ का दूध और वतन की मिट्टी कभी सस्ती नहीं।
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जो भारत की रक्षा करे वही सच्चा वीर।
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वतन से बढ़कर कोई इश्क़ नहीं।
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आओ मिलकर तिरंगे की शान बढ़ाएँ।
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मेरा भारत महान है, सदा अमर है।
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सरफ़रोशी की तमन्ना अब दिल में हमारे है।
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देश के लिए जीना और मरना ही सबसे बड़ा धर्म है।
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मिट्टी का कण-कण कहता है – जय हिंद।
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भारत माता की जय का नारा अमर रहेगा।
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वीर जवानों की कुर्बानी पर नाज़ करता है हिंदुस्तान।
देश भक्ति शायरी
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाजू-ए-कातिल में है। वतन की मिट्टी से प्यार यूं ही बरकरार रहे, हर हिंदुस्तानी के दिल में यही अरमान रहे। झुकाए सिर हमारा उनको सलाम करने में, जो कुर्बान हो गए वतन की हिफाजत करने में। हमारा हर सांस उनके नाम है, जो देश के लिए अपनी जान देते हैं।
लहराता तिरंगा यूं ही आसमान में,
जब तक है जान मेरे इस बदन में।
अपने वतन की हिफाजत करूंगा,
ये हिंदुस्तान हमे जान से प्यारा है।
वो वीर थे जो फौलाद बन गए,
तिरंगा लिपट कर सदा अमर हो गए।
हर बूँद लहू की बहे वतन पर,
देश भक्ति का जुनून हमारे सर पर।
तिरंगा है शान हमारी, गर्व हमारा, मान हमारा,
इस पर ना आंच आए, यही अरमान हमारा।
जब तक लहू की आखिरी बूंद रहेगी,
इस वतन के लिए हमारी जान रहेगी।
तिरंगा है शान हमारी, गर्व हमारा, मान हमारा,
इस पर ना आंच आए, यही अरमान हमारा।
जब तक लहू की आखिरी बूंद रहेगी,
इस वतन के लिए हमारी जान रहेगी।
मेरी जान बसती है इस मिट्टी में,
हर सुबह का सलाम है वतन की धरती में।
जब तक सांसें हैं इस तन में,
भारत मां की सेवा रहेगी मन में।
दिल से निकलेगी ना कभी वतन की मोहब्बत,
ये वो खुशबू है जो रूह में बस जाती है।
जो मिट्टी में मिल जाए इस पर मर मिट के,
वही तो असली शहादत कहलाती है।
हमारे तिरंगे की शान को सलाम,
इसकी हिफाजत के लिए दिल कुर्बान।
चाहे दुश्मन से हो सामना,
हर जवान इस पर अपना सब कुछ लुटा दे।
हमें तो अपने हर कदम पर ये मान है,
सरहदों पर जो जवान खड़े हैं, वो भगवान हैं।
मिट्टी के कण-कण में बसी है जो महक,
उसी की खातिर कुर्बान यह जान है।
वीरों की कुर्बानी से आजाद हुआ वतन,
उनकी बहादुरी को शत-शत नमन।
हम सलाम करते हैं उन वीरों की जिंदगानी को,
जिन्होंने अपना सब कुछ दिया इस कहानी को।
जलती रहेगी शमां वतन की मोहब्बत में,
हर भारतवासी के दिल में यही चाहत है।
मिट जाऊं इस वतन पर मैं कुर्बान होकर,
यही मेरी हर आरजू, यही मेरी इबादत है।
कोई सरहद हमें रोक नहीं सकती,
हर बूंद लहू की इस जमीं के नाम है।
शहीदों के बलिदान से रोशन ये चिराग है,
आजादी का ये अमर इतिहास सच्चे दिल का राग है।
जो सोते हुए भी रखे सरहदों का ख्याल,
वही असली भारत का सपूत कहलाता है।
जो लिपट जाए तिरंगे में उस आखिरी सफर पर,
उसका बलिदान सदा दिलों में रहता है।
खुदा करे हर रोज यूं ही तिरंगा लहराए,
हर हिंदुस्तानी का सिर गर्व से उठ जाए।
इस मिट्टी की खुशबू को हम कभी न भूलेंगे,
जब तक है जान, देश की रक्षा में रहेंगे।
तिरंगे की शान में मेरी जान बसती है,
इस धरती पर हर साँस मेरी हस्ती है।
मिट जाऊं इस मिट्टी की खातिर हंसते-हंसते,
यही मेरी हर तमन्ना, यही मेरी बस्ती है।
वतन के लिए जीना और वतन के लिए मरना,
इस मिट्टी से मेरा रिश्ता है गहरा और अमरना।
हर कतरा लहू का इस धरती के नाम करता हूँ,
देशभक्ति का जज़्बा दिल में सदा जलता रहता हूँ।
जो अपना सब कुछ न्यौछावर कर जाए,
वही असली देशभक्त कहलाए।
भारत मां के आंचल में सो जाने का सपना है,
ये तिरंगा मेरे कफन का सबसे प्यारा रंग है।
मिट्टी की खुशबू में वो सुकून है,
जिससे हर दिल हिंदुस्तानी मजबून है।
मेरी रगों में बसा है ये प्यारा वतन,
मर भी जाऊं तो भी यही रहे मेरा तन।
सरहद पर खड़े जवानों का हौसला सलामत रहे,
उनकी हिफाजत में हर हिंदुस्तानी का इरादा सदा बुलंद रहे।
जब तक तिरंगा आसमान में लहराएगा,
देशभक्ति का ये गीत हर दिल गुनगुनाएगा।
जब तक लहू की एक बूंद भी बाकी रहेगी,
वतन की हिफाजत में मेरी जान लगी रहेगी।
ये तिरंगा मेरी आन, बान और शान है,
भारत मां की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा अरमान है।
चिराग बनकर जलना है, अपने वतन की राहों में,
अपने देश के लिए जीना है और इसी पर मर जाना है।
तिरंगे की हर लहराती शान में,
मेरा दिल और भी गर्व से फड़फड़ाता है।
वतन के लिए हर दर्द गले से लगाया है,
अपनी हर सांस को देश पर लुटाया है।
ये जो तिरंगा ऊंचा लहराता है,
उसमें हर शहीद का खून समाया है।
अपनी धरती अपना ही ये आसमान है,
वतन पर मर मिटना यही तो सच्ची पहचान है।
इस देश की खातिर जो मर जाए,
वो हर दिल में अमर कहलाए।
हर लम्हा देशभक्ति का इरादा रखता हूँ,
अपने वतन के लिए ये दिल में वादा रखता हूँ।
कोई मेरा जीना और मरना चाहे देखे,
मैं हर एक सांस में भारत माता का नाम रखता हूँ।
न माथा झुका है कभी और न झुकायेंगे कभी,
जो अपने दम पर जिए वही है असल में जिंदगी।
वतन की राह में जीना और मरना ही है सच्ची बंदगी।
चलो फिर से वो नज़ारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला याद कर लें।
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें।
कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों।
सांसें थमें तो भी कोई ग़म नहीं,
वतन के नाम हो हर कदम साथियों।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में,
दफ़न है और कई अनगिनत फख्र के फसाने हैं।
मैं खुश हूँ कि मेरी रगों में वो लहू है,
जिसमें देशभक्ति और वीरता के तराने हैं।
न पूछो ज़माने से क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।
वतन की मिट्टी को कैसे छोड़ सकते हैं,
ये वह मोहब्बत है जिसे ज़ुबां पर नहीं लाया जा सकता।
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा हूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
वक्त आने पे बता देंगे तुझको ए आसमां,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है।
हमारी हर सांस में वतन का नाम है,
दिल में भारत मां के लिए सम्मान है।
मर मिटेंगे इस देश की हिफाजत में,
क्योंकि देशभक्ति हमारी पहचान है।
चढ़ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको सलाम करते हैं, जो मिट गए देश पर नाम।
वतन के उन वीर जवानों को मेरा शत-शत प्रणाम।
तिरंगे की शान में हमने जान लुटा दी,
इस पर आंच न आए ये कसम खा ली।
वतन से बेइंतहा मोहब्बत का इज़हार है,
हिंदुस्तान के लिए जान देने का इकरार है।
वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाए,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई तोड़ ना पाए।
दिल है हमारे एक और एक है जान हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है और हम हैं इसकी शान हमारी।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
वक्त आने पे बता देंगे तुझको ए आसमां,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में,
दफ़न है और कई अनगिनत फख्र के फसाने हैं।
मैं खुश हूँ कि मेरी रगों में वो लहू है,
जिसमें देशभक्ति और वीरता के तराने हैं।
न पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।
लहराएगा तिरंगा हर घर पर इस तरह,
वतन की मोहब्बत हर दिल में बसी हो इस तरह।
मुझे तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा हूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
जलती रहेगी ये शमां वतन की मोहब्बत में,
जब तक बहेगा खून वतन के खातिर रगों में।
मर मिटेंगे इस देश की हिफाजत में,
क्योंकि देशभक्ति हमारी असल इबादत में।
वो शमा जो काम आए अंजुमन के लिए,
वो जज़्बा जो कुर्बान हो जाए वतन के लिए।
रखते हैं हम वो दिल जो मर मिटे देश के लिए,
और चाहते हैं वो चिराग जो जले वतन के लिए।
हमसे कोई पूछे कि भारत मां से मोहब्बत क्या है,
तो हमारा जवाब होगा कि यह सबकुछ है।
इसकी मिट्टी में हमने हर ख्वाब बोया है,
इसके लिए ही हमने अपने अरमानों को पाला है।
कोई हाथ भी ना डाल सके वतन की शान में,
वो वीर हैं जो सरहदों पर जान दे गए।
हमारी हर सांस वतन की मोहब्बत में है,
इस मिट्टी के खातिर ही तो हम जिये और मरे हैं।
उन वीरों को सलाम, जो देश पर कुर्बान हो गए,
अपनी मिट्टी से मोहब्बत की मिसाल बन गए।
उनकी हर एक कुर्बानी हमें याद रहेगी,
उनकी वीरता की गाथा हर पीढ़ी गाएगी।
लहराएगा तिरंगा आसमान की ऊंचाइयों में,
हर हिंदुस्तानी का सिर गर्व से उठेगा इन राहों में।
जो मिट गए वतन की खातिर,
उनकी यादें अमर रहेंगी दिलों की गहराइयों में।
देशभक्ति का जज़्बा दिल में जलता रहेगा,
हर बूंद लहू की वतन के नाम बहता रहेगा।
चाहे तूफान आए या आंधियां चलें,
तिरंगे की शान में हर सपूत खड़ा रहेगा।
जब तक है दम, तिरंगे को झुकने नहीं देंगे,
भारत मां की इज्जत पर आंच आने नहीं देंगे।
शहीदों का ये कर्ज है हम पर,
इसे अपनी हर सांस से निभाएंगे।
वो वीर थे जो फौलाद बन गए,
तिरंगे में लिपटकर अमर हो गए।
उनकी कुर्बानी का हर कतरा कहता है,
वतन से बड़ा कुछ नहीं रहता है।
देश की खातिर जान भी लुटा देंगे,
हर मुश्किल राह को भी आसान बना देंगे।
हमारी मिट्टी से रिश्ता ऐसा है,
कि हर पल इसे दिल में बसा देंगे।
मेरी मिट्टी मेरा गर्व, मेरा जीवन आधार,
वतन की सेवा में है मेरा सारा संसार।
चाहे जीवन बीते या मिट्टी में मिल जाए,
ये देश ही मेरी पहचान कहलाए।
तिरंगे की लहर में जोश उमंग उठती है,
हर एक सांस में वतन की खुशबू बसती है।
कुर्बानी का जज़्बा हर दिल में जगाएंगे,
इस धरती पर अमन का दीप जलाएंगे।
शहीदों की चिताओं पर हर बरस मेले लगेंगे,
उनके बलिदानों को हर दिल में सजाएंगे।
वतन के लिए जो जान लुटा जाएं,
ऐसे वीरों का नाम हमेशा अमर कहलाए।
जब तक ये सांसें चलती रहेंगी,
वतन के लिए हर दुआ निकलती रहेगी।
चाहे आंधी आए या तूफान छा जाए,
तिरंगा हमेशा ऊंचा लहराता रहेगा।
मेरे देश की मिट्टी से जो रिश्ता है,
वो हर रिश्ते से बढ़कर अनमोल है।
जो इस माटी पर जीता और मिटता है,
वही इस तिरंगे की सच्ची शान है।
Desh bhakti shayari 2 line
मेरे देश की मिट्टी से ये रिश्ता ही कुछ खास है,
मिट्टी की महक ही मेरे जीने का एहसास है।
वतन की राह में मरना कबूल है हमें,
क्योंकि तिरंगे में लिपटने का शौक है हमें।
न झुकने दिया तिरंगे को न झुकने देंगे,
ये हिंदुस्तान हमारा है, इसे मरते दम तक हम ही सजायेंगे।
देश के लिए मर मिटना मुकाम है मेरा,
तिरंगे की शान ही मेरी पहचान है।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला, याद कर लें।
जब तक दिल में देशभक्ति का जुनून रहेगा,
तब तक हर एक दुश्मन का अंजाम सून रहेगा।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।
देशभक्ति की मोहब्बत ही वो असली ताकत है,
जिससे हर हिंदुस्तानी का सीना चौड़ा होता है।
सरहद पर जो पहरा दे, वो भारत का जवान है,
उसकी ताकत और हिम्मत पर हमें गर्व और मान है।
लहू से सींच कर हमने इस जमीन को सजाया है,
और गर्व से कहता हूं ये मेरा भारत है।
हमारा हर सांस वतन के नाम है,
हिंदुस्तान का सम्मान हमारी पहचान है।
तिरंगे की शान में जान लुटा देंगे,
वतन के लिए हर कदम बढ़ा देंगे।
मिट्टी की खुशबू में बसती है जान,
वतन के लिए ही है हर अरमान।
लहराएगा तिरंगा यूं ही आसमान में,
जब तक हैं हम जिंदा हिंदुस्तान में।
सरहदों पर खड़े जो हमें बचाते हैं,
वो ही असली भारत के भगत कहलाते हैं।
देशभक्ति का जज़्बा दिलों में भर लो,
हर बूंद लहू की वतन पर निछावर कर दो।
जब तक लहू की रवानी रहेगी,
वतन की हिफाजत कहानी बनेगी।
अपनी मिट्टी का प्यार कभी कम न होगा,
हर कतरा लहू वतन के नाम होगा।
दिल में हो देशभक्ति का अहसास,
तभी समझो जिंदगी हुई खास।
जो तिरंगे की शान में झुका नहीं,
वो हिंदुस्तानी कभी रुका नहीं।
लहराएगा तिरंगा ऐसे ही ऊंचाइयों पर,
जब तक जिंदा हैं हम, इस पर आंच न आने देंगे।
देशभक्ति का जुनून दिलों में जलता रहेगा,
हर एक हिंदुस्तानी में तिरंगा बसता रहेगा।
वतन की हिफाजत करना फर्ज है हमारा,
देश की मिट्टी से प्यार कर बैठा दिल बेचारा।
तिरंगे की शान में हमेशा सर झुकाऊंगा,
देश के लिए अपना खून तक बहाऊंगा।
सरहदों पर मरने का सौभाग्य हमें भी मिले,
वतन पर मर मिटने का यही अरमान रहे।
दिल में हर वक्त देशभक्ति का एहसास लिए चलते हैं,
हम वो हैं जो तिरंगे के लिए अपनी जान देते हैं।
भारत मां की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है,
वतन की हिफाजत में अपनी जान अर्पण है।
न माटी से बढ़कर कोई धरोहर है,
न भारत मां से बढ़कर कोई और है।
वतन की मोहब्बत में हर दिल कुर्बान है,
तिरंगा है जान मेरी, हिंदुस्तान अभिमान है।
सरहदों पर जो अपनी जान लुटा देते हैं,
वही भारत के सच्चे सपूत कहलाते हैं।
मिट्टी की खुशबू से जो रिश्ता निभाएंगे,
वतन के लिए हर दर्द सह जाएंगे।
ये तिरंगा मेरी शान है, मेरी जान है,
इसका हर रंग मेरे वजूद की पहचान है।
लहराएगा तिरंगा जब तक सांस बाकी है,
देश की हिफाजत मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
जो तिरंगे की शान में मर मिटा,
वही सच्चा देशभक्त कहलाया।
देशभक्ति का जुनून हर दिल में जलता रहे,
तिरंगे का हर रंग सदा चमकता रहे।
जान लुटा देंगे इस वतन की शान के लिए,
हर सांस समर्पित है हिंदुस्तान के लिए।
तिरंगे से मोहब्बत की है, करेंगे हमेशा,
इसकी आन-बान-शान बचाएंगे हर दम।
वो दीवाना ही क्या जो अपने वतन के काम ना आए,
जो मरते दम तक तिरंगे को थाम ना पाए।
देशभक्ति पर बेस्ट शायरी
वतन पर जो फिदा होगा, अमर वो हर जवान होगा,
मिटेगा जब तक ये नशा न वतन के लिए जान होगा।
वतन की खातिर हम जान तक लुटा देंगे,
तिरंगे को हर हाल में ऊंचा बनाएंगे।
हर सांस में देशभक्ति की खुशबू बसी है,
वतन के लिए हर पल कुर्बान होने को जीते हैं।
तिरंगे के हर रंग में बसी है हमारी शान,
इसे ऊंचा लहराने की हम सबकी एक पहचान।
देश पर मर मिटना ही सबसे बड़ा फर्ज़ है,
इस धरती के लिए हम जान भी अर्पण करते हैं।
शहीदों की कुर्बानी से रौशन है ये तिरंगा,
हर हिंदुस्तानी का दिल इस पर कुर्बान है।
न मरो सनम की मोहब्बत में,
वतन के दीवानों में नाम करो।
ये तिरंगा तुम्हें पुकारेगा,
इसकी खातिर कुछ तो काम करो।
वतन की मिट्टी से जो रिश्ता है हमारा,
इसे तोड़ नहीं सकता कोई ये वादा है हमारा।
जान भी चली जाए इस तिरंगे के लिए,
हर सांस में बसता है ये देश प्यारा।
लहराएगा तिरंगा आसमान की ऊंचाइयों में,
हर भारतीय का गर्व झलकेगा इन राहों में।
जो शहीद हो गए वतन की खातिर,
उनकी यादें रहेंगी दिल की गहराइयों में।
तिरंगे की शान में जान लुटा देंगे,
हर मुश्किल राह को भी आसान बना देंगे।
इस वतन के लिए जीते हैं,
और इसी पर मर मिटेंगे।
तिरंगे की आन-बान और शान के लिए,
हर सांस समर्पित है इस वतन के लिए।
देश की मिट्टी से जो रिश्ता है हमारा,
वो हर रिश्ता दुनिया में सबसे प्यारा।
जब तक ये सांसें चलेंगी,
वतन के लिए हर दुआ निकलेंगी।
जान भी चली जाए तो गम नहीं,
भारत मां की सेवा ही सबसे बड़ा धन है।
सरहदों पर जो खड़ा मुस्कुराकर,
हर दुश्मन को मात देता है।
वो भारतीय जवान हमारी शान है,
उसकी वीरता पर ये देश अभिमान है।
शहीदों की चिताओं पर हर बरस मेले लगेंगे,
वतन पर मिटने वालों के किस्से हमेशा कहे जाएंगे।
उनकी कुर्बानी को सलाम है हमारा,
उनकी वजह से ही ये तिरंगा ऊंचा रहेगा सदा।
सरहदों पर खड़े वो वीर जवान हैं,
जिनकी वजह से सुरक्षित ये हिंदुस्तान है।
सलाम है उन शूरवीरों को बार-बार,
जिनकी कुर्बानी से महक रहा ये संसार।
जब तक लहू की एक बूंद भी बाकी रहेगी,
वतन की हिफाजत में हर सांस लगी रहेगी।
तिरंगा हमारी शान, जान और अभिमान है,
भारत मां की सेवा ही हमारा अरमान है।
दिल में हर दम देशभक्ति का जोश रखना,
वतन की मिट्टी को हमेशा सिर पर सजाना।
ये माटी हमारी मां है,
इसे हर हाल में गर्व से बचाना।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
वक्त आने पर बता देंगे तुझको ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।
जो अपनी मिट्टी पर झुक जाता है,
वही सच्चा भारतीय कहलाता है।
देश की रक्षा में हर कण-कण लुटा देता है,
वो हर दिल में अमर हो जाता है।
लहराएगा तिरंगा ऊंचाइयों पर हमेशा,
ये देश रहेगा यूं ही दुनिया का नगीना।
शहीदों के खून से सींचा है जो,
वो हिंदुस्तान हमारा सपना है।
ये वतन मेरा है, इसका मैं दीवाना हूँ,
मेरी हर सांस का हिस्सा ये तिरंगा है।
जो सिर झुकाए इसे, वो जिंदा नहीं,
तिरंगे की शान में मर मिटना मेरा फर्ज़ है।
वीरों की कुर्बानी से रोशन है ये तिरंगा,
हर दिल में बसता है ये प्यारा वतन।
देश की रक्षा में हर दर्द सह लेंगे,
क्योंकि भारत से बढ़कर कुछ और नहीं।
दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी
ऐ वतन, तुझसे है मेरी मोहब्बत का रिश्ता पुराना,
तेरी मिट्टी में बसी है मेरी रूह का तराना।
तेरी खातिर हर दर्द सह लेंगे हम,
तुझ पर कुर्बान ये जान-ओ-ईमान हमारा।
सरहदों पर खड़े उन वीरों को सलाम है,
जिनके हौसलों से ये देश अभिमान है।
जिनकी हर सांस में है वतन का ख्याल,
ऐसे सपूतों पर हमें गर्व हजारों बार है।
न पूछो हमारी पहचान, हम तो भारत के दीवाने हैं,
दिल में देशभक्ति और माथे पर तिरंगे का निशान लिए चलते हैं।
मर मिटेंगे इस मिट्टी पर हम फक्र से,
ये देश हमारा है और हम इसके दीवाने हैं।
इस वतन की मिट्टी में वो क़ीमत है,
जो हर ग़म को भी ख़ुशी में बदल देती है।
शहीदों का खून है हर क़तरे में बसा,
इस धरती को हर भारतीय सिर झुका देता है।
हर दर्द को खुशी में बदल लेंगे,
वतन के लिए जान भी हंसकर लुटा देंगे।
इस तिरंगे की शान को कभी कम न होने देंगे,
इस वतन की हिफाजत में खुद को मिटा देंगे।
जब तक लहू की एक बूंद भी बाकी रहेगी,
वतन की रक्षा में मेरी जान लगी रहेगी।
ये तिरंगा मेरी शान, बान और अभिमान है,
भारत मां की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा अरमान है।
मैं यहां हूँ तो बस तिरंगे के लिए,
अपना हर पल, हर सांस इस वतन के लिए।
यही मेरा इरादा है, यही मेरी आरज़ू,
वतन के लिए मर मिटना ही है मेरा जुर्म।
इस तिरंगे को कभी झुकने नहीं देंगे,
इसकी आन और शान को कभी टूटने नहीं देंगे।
देश की खातिर हर कुर्बानी देने को तैयार हैं हम,
हर हिंदुस्तानी का दिल तिरंगे के साथ रहेगा हरदम।
वो तिरंगा लिपटकर आए थे अंतिम सफर में,
हर आंख नम थी उस वीर के अमर सफर में।
वतन के लिए जिन्होंने दी अपनी जान,
वो वीर हमारी असली पहचान हैं।
देश के लिए जो कुर्बान हो गए,
उन वीरों के खून से इस मिट्टी का हर कतरा सज गया।
उनकी वीरता की गाथा हर दिल में बसी है,
जिनसे ये आज़ादी का चिराग रोशन हुआ।
हर दिल में बसा हुआ एक अरमान है,
हर सांस में हमारे वतन का नाम है।
ये प्यार की खुशबू यूं ही कायम रहेगी,
हमारे दिल में हिंदुस्तान का एहसास रहेगा।
चाहे कितनी भी बड़ी आंधी आए,
तिरंगे का ये प्यार न कभी कम हो पाए।
इस धरती पर जन्म लेने का जो सौभाग्य मिला है,
इस मिट्टी में ही एक दिन विलीन हो जाएंगे।
देश की मिट्टी से जो रिश्ता है हमारा,
उसे कोई तोड़ नहीं सकता, ये वादा है हमारा।
जब तक जिंदा हैं इस तन में जान,
ये तिरंगा यूं ही लहराएगा आसमान।
माटी की खुशबू में जो सुकून मिलता है,
वो और कहीं नहीं मिलता, यही मेरा वतन है।
सिर झुकता है शहीदों की याद में,
उनके बलिदान से ही आज हमें ये अमन मिला है।
जो कुर्बान हो गए देश की राहों में,
वो सच्चे दिल से वतन पर मिटने वाले थे।
उनकी शहादत से लहराता है तिरंगा हमारा,
उन वीरों का एहसान हमें हर पल याद है।
मिट्टी की खुशबू में जो अपनापन है,
उसे शब्दों में नहीं, दिल की गहराइयों में महसूस कर सकते हैं।
देश की राह में जो भी कुर्बान हो जाए,
उसकी याद हमेशा हमारे दिलों में अमर रहती है।
वो जज्बा भी क्या जज्बा है जो वतन के काम न आए,
वो इश्क भी क्या इश्क है जो देश पर कुर्बान न हो जाए।
मिट्टी से मोहब्बत करने वालों का नाम अमर रहता है,
उनकी कहानियां हर दिल में बसती हैं।
हम वो नहीं जो सिर्फ बातों में देशभक्ति दिखाते हैं,
हम वो हैं जो जरूरत पड़ने पर जान तक लुटाते हैं।
हमारे दिल में हमेशा भारत माता का मान है,
इसी मिट्टी से जुड़ा हमारी रूह का अरमान है।
जिसने देश की खातिर अपनी जान गंवाई,
उसकी हर कहानी हमारे दिल में बसी है।
वो वीर शहीद हमारी असली प्रेरणा हैं,
जिनकी कुर्बानी से आज हम आज़ाद हैं।
आओ झुक कर सलाम करें उनको,
जिनकी तकदीर में ये मुकाम आता है।
खुश नसीब होते हैं वो लोग,
जिनका लहू वतन के काम आता है।
देश की रक्षा में जो खड़े हैं सीमा पर,
उन वीरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
वो अपने घरों से दूर, हमारे लिए खड़े हैं,
उनके हौसले को हमारा सलाम जाएगा।
जब-जब ये तिरंगा लहराएगा आसमान में,
हर दिल में देशभक्ति का जुनून जगाएगा।
ये तिरंगा हमारे गर्व की पहचान है,
इसके लिए हमारा हर लम्हा कुर्बान है।
वतन के लिए जीना है, वतन के लिए मरना है
“जो शान तिरंगे की, वो शान हमारी होगी,
जब तक है जान, ये धरती अपनी जान से प्यारी होगी।”
भारत माँ की माटी का कर्ज
“सरहद पर जो बहा वो खून मेरा था,
हर सैनिक की रगों में जुनून मेरा था,
वो तिरंगा जो लहराया शान से,
उस पर लिखा हर एक नाम मेरा था।”
शहीदों को नमन
“जो मरा वतन पर, उसे कभी भुलाया नहीं जाता,
लहू से सींची थी इस धरती को,
इसलिए तिरंगा कभी झुकाया नहीं जाता।”
हम भारतीय हैं
“ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी पहचान है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तान हैं।”
जय हिंद की सेना
“सीमा पर जो डटे हैं, वो मेरे भाई हैं,
जो तिरंगे को सजाते हैं, वो सच्चे सिपाही हैं,
हम चैन से सोते हैं घर में अपने,
क्योंकि सरहद पर जवान अभी भी जग रहे भाई हैं।”
स्वतंत्रता सेनानियों के सुविचार
महात्मा गांधी
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“आप वह बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।”
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“किसी की गुलामी सहना सबसे बड़ा पाप है।”
भगत सिंह
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“बहरों को सुनाने के लिए धमाके की ज़रूरत होती है।”
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“मेरे लिए सुख और दुःख, जीवन और मृत्यु सब समान हैं।”
सुभाष चंद्र बोस
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“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा।”
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“जीवन का उद्देश्य केवल आराम करना नहीं, बल्कि संघर्ष करना है।”
चंद्रशेखर आज़ाद
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“हम आज़ाद हैं और आज़ाद ही रहेंगे।”
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“देश के लिए मरना ही सच्चा सम्मान है।”
पंडित जवाहरलाल नेहरू
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“स्वतंत्रता और शक्ति, दोनों जिम्मेदारियों से जुड़ी हैं।”
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“नागरिकता देशभक्ति से कहीं अधिक है।”
सरदार वल्लभभाई पटेल
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“एकता के बिना कोई ताकत टिक नहीं सकती।”
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“स्वतंत्रता तभी सुरक्षित है जब हम एकजुट रहें।”
बाल गंगाधर तिलक
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“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।”
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“सच्ची शिक्षा वही है जो हमें स्वतंत्र बनाए।”
लाला लाजपत राय
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“शहीदों की चिताओं पर जुड़ेंगे हर बरस मेले।”
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“हमारी आज़ादी हमारी सबसे बड़ी पूँजी है।”
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