अगर आप दिल की उदासी को शब्दों में ढूंढ रहे हैं तो यह जगह आपके लिए है। यहाँ आपको 100+ Best Sad Shayari 2 Line in Hindi मिलेंगी। इन शायरियों में दर्द, मोहब्बत और जुदाई की सच्ची झलक दिखाई देती है। जब दिल टूटता है तो अक्सर शब्द ही सबसे बड़ा सहारा बनते हैं। दो लाइन की सैड शायरी आपके जज़्बात को बयां करने का आसान तरीका है। इस लेख में आप दर्दभरे अल्फ़ाज़ पढ़ पाएंगे। यह शायरियां आपके दिल को छू लेंगी।
जिन्हें चाहा हमने दिल से
वो ही अक्सर गैर निकले
तेरे जाने के बाद अब किसी से दिल नहीं लगता
हर रिश्ता अधूरा सा लगता है
दर्द की भी अपनी अदा होती है
वो भी सहने वालों पर फिदा होती है
वो पल जो तेरे साथ गुज़ारे थे
अब सिर्फ यादों में हमारे सहारे हैं
बिछड़ कर भी तुझसे मोहब्बत कम ना हुई
क्या गुनाह किया था जो ये सज़ा मिली
तेरी खामोशी ने छीन लिया सब कुछ
अब ना कोई ख्वाब है ना कोई उम्मीद
कभी तेरी यादें रुला देती हैं
कभी तेरी बातें सुला देती हैं
वो कहते थे कभी ना छोड़ेंगे
आज उनका नाम भी अनजान सा लगता है
हम भी मुस्कराते थे कभी
अब तो बस चेहरे पर सन्नाटा रहता है
तू साथ नहीं तो क्या हुआ
तेरी यादें आज भी दिल में जिन्दा हैं
जिसे दिल दिया उसी ने तोड़ डाला
अब ना किसी से कुछ कहने का मन करता है
तेरे बिना अब तो तन्हाई से भी डर नहीं लगता
क्योंकि अब आदत हो चुकी है तन्हा रहने की
ना कोई शिकवा रहा
ना कोई शिकायत रही
बस तन्हा चल दिए
जहाँ मोहब्बत अधूरी रही
तेरे बाद किसी और को चाहा नहीं हमने
तेरे जैसा कोई मिला ही नहीं
दर्द भी अब दोस्त बन चुका है
खुशी तो कब की बेग़ाना हो चुकी है
जिन्हें चाहा था अपनी जान से भी ज़्यादा
वो ही सबसे ज़्यादा दर्द दे गए
वो साथ थे तो ज़िन्दगी जन्नत लगती थी
अब हर दिन किसी सज़ा से कम नहीं
तन्हा रहना अब अच्छा लगने लगा है
कम से कम कोई धोखा तो नहीं देता
कभी सोचा ना था यूं जुदा हो जाओगे
एक पल में सब खत्म कर जाओगे
दिल तो बहुत किया उन्हें मनाने का
पर वो रूठे ही नहीं बेगाने हो गए
उसकी यादों ने पागल बना रखा है
हर सांस में बस उसका नाम आता है
टूटे हुए ख्वाबों को अब जोड़ने का मन नहीं करता
क्योंकि हर बार दर्द ही मिला है
सुनता हूँ बहुत बदल गए हो तुम
क्या कभी मेरी याद भी आती है
खुश रहने की कोशिश में
अब मुस्कुराना भी भारी लगता है
उनकी बातें अब भी दिल को चीर जाती हैं
वो आवाज़ अब भी बहुत याद आती है
कभी उसके पास जाना बहुत अच्छा लगता था
अब तो उसकी यादों से भी डर लगता है
जिसे समझा था सब कुछ
वो ही सबसे बड़ा सबक बन गया
उसकी जुदाई ने तो जीना ही सिखा दिया
अब कोई जाए या रहे फर्क नहीं पड़ता
दिल तो आज भी चाहता है
पर अब हिम्मत नहीं होती
मोहब्बत के बदले धोखा मिला
अब किसी से दिल लगाने का मन नहीं होता
तेरी बेवफाई ने कुछ ऐसा सिखा दिया
अब कोई पास आए तो भी डर लगता है
कभी चाहा था तुझे अपनी दुनिया से भी ज्यादा
अब तू ही इस दुनिया में सबसे अजनबी लगता है
कभी तुझसे बात ना हो तो दिल बेचैन हो जाता था
अब तेरी आवाज़ भी दर्द देती है
किसी और के हो जाने का ग़म नहीं
दर्द इस बात का है तू भी मेरी तरह टूटा नहीं
अब किसी की आँखों में वो मासूमियत नहीं मिलती
जो पहले तेरी आंखों में हुआ करती थी
तेरी खामोशी ने बहुत कुछ कह दिया
अब तुझसे कुछ भी पूछने का हक नहीं बचा
जिसे सोचते थे हर पल
अब उसी से डर लगता है
खामोशियाँ ही अब साथ देती हैं
लोग तो बस मतलब से पास आते हैं
तू था तो सब अच्छा था
अब तो ज़िन्दगी बस काट रहे हैं
कभी तुझसे बात कर के सुकून मिलता था
अब तेरी खामोशी से भी डर नहीं लगता
हर पल तुझे सोचते रहे
और तू किसी और की यादों में खोया रहा
जिसे हम अपना मान बैठे थे
उसे कभी हमारी परवाह ही नहीं थी
अब दिल करता है बस कहीं खो जाऊं
जहाँ कोई तेरा नाम ना ले
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है
तू था तो हर चीज़ में रंग था
दर्द की भी एक अदा होती है
वो चुपचाप सह लिया जाता है
हर रोज़ तुझे भूलने की कोशिश करते हैं
और हर रोज़ तेरी याद और गहरी हो जाती है
वो जो कभी हमारी जान थी
आज हमें जानने से भी इंकार करता है
तेरे बाद किसी को चाहना आसान नहीं
अब दिल किसी पर भरोसा नहीं करता
तू जुदा हुआ तो क्या हुआ
तेरी यादें तो अब भी पास हैं
तेरे बिना जीने की आदत डाल ली है
अब किसी से उम्मीद नहीं रखते
कभी जिसे देख कर दिल खुश होता था
आज वही चेहरा आंसू देता है
उसकी एक हँसी के लिए तरसते हैं
जो आज किसी और की खुशी बन गया
दिल चाहता है चुप रहूं
क्योंकि अब कोई सुनता नहीं
कभी तेरी आँखों में जो प्यार दिखता था
अब वहाँ सिर्फ नफरत नज़र आती है
उनके बिना अब कोई गीत अच्छा नहीं लगता
ना कोई मौसम अच्छा लगता है
खुद से भी अब बात करने का मन नहीं करता
क्योंकि खुद में भी उसकी झलक नज़र आती है
जिनसे हमें सबसे ज्यादा उम्मीद थी
वो ही सबसे पहले छोड़ कर चले गए
कभी जो सपने थे
अब वही ज़ख्म बन गए हैं
दर्द छुपाने में माहिर हो चुके हैं
अब कोई पूछे तो भी मुस्कुरा देते हैं
तेरे जाने के बाद अब किसी से शिकायत नहीं
हर दर्द अपना सा लगता है
जिन्हें अपना समझा
वो पराये हो गए
अब तो आँसू भी थक चुके हैं
तेरे लिए बहते बहते
जिसे कभी देखा तो जी उठे थे
अब उसे देख कर भी कुछ महसूस नहीं होता
तेरा नाम जुबां से हटाया है
पर दिल से नहीं निकाला
अब किसी से दिल लगाने का दिल नहीं करता
क्योंकि हर बार दिल ही टूटा है
तू गया तो लगा सब कुछ चला गया
अब किसी चीज़ से लगाव नहीं रहा
तेरी बेवफाई ने सिखा दिया
अकेले रहना बेहतर है
तन्हाई अब दोस्त बन चुकी है
और भीड़ में खुद को अजनबी लगता है
कभी खुद को भी चाह लिया करो
वरना लोग तो छोड़ने में देर नहीं लगाते
अब कोई दर्द नहीं होता
क्योंकि दर्द की आदत हो गई है
तेरे बिना ज़िन्दगी जैसे अधूरी किताब
हर पन्ना खाली और बेवजह
हर रिश्ते की सच्चाई देखी है
अब किसी पर ऐतबार नहीं होता
जिसके लिए सारी दुनिया छोड़ दी
अब वही हमें छोड़ गया
तेरा साथ छूटा तो सब छूट गया
अब दिल किसी का इंतज़ार नहीं करता
वो वादा करके भी कभी वापस नहीं आया
हम आज भी उसी मोड़ पर खड़े हैं
हमने तो हर बार चाहा उसे टूटकर
पर उसने हर बार छोड़ दिया मजबूरी कहकर
जिसे खोया था वो आज भी याद आता है
हर खुशी के पीछे बस उसका ग़म छिपा होता है
दर्द का कोई हिसाब नहीं होता
और चाहत का कोई जवाब नहीं होता
मोहब्बत अब किताबों में ही अच्छी लगती है
हकीकत में तो बस दिल टूटते हैं
हमने जिनके लिए जान लुटा दी
वो ही हमें छोड़ कर चले गए खामोशी से
अब तो हर खुशी अधूरी लगती है
जबसे तू दूर हुआ, ज़िन्दगी अधूरी लगती है
कभी हँसी आती है अपनी हालत पर
जिसे अपना माना वही पराया निकला
हमने तो वक़्त भी दिया और वजूद भी
फिर भी तेरे लिए काफी ना हो सके
मोहब्बत में सिर्फ दिल नहीं
सारा सुकून भी खो जाता है
तू दूर हुआ तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता
ना चाय, ना शाम, ना खुद से मिलना
वो साथ था तो ज़िन्दगी महकी सी लगती थी
अब हर दिन सूना और बेजान लगता है
तेरे बिना दिल भी अब धड़कना भूल गया
जैसे कोई रिश्ता ही नहीं बचा
तू रूठा तो सब कुछ टूट गया
अब खुद से भी मिलना अच्छा नहीं लगता
ना पूछ मेरी खामोशी का आलम
हर बात में तेरा जिक्र होता है
वो जो वादा था कभी साथ निभाने का
अब बस यादों में ही बाकी रह गया
कभी वक़्त निकाल कर देख लेना
तेरे बिना कैसा बीतता है एक दिन
अब शिकायत नहीं तुझसे
क्योंकि उम्मीद भी नहीं रही
जिसे चाहा था सबसे ज़्यादा
उसी ने सबसे पहले छोड़ दिया
दिल की हालत ना पूछो
हर धड़कन में बस एक ही नाम आता है
कभी किसी से यूं ना चाहना
वरना हर मुस्कान के पीछे दर्द छिपाना पड़ता है
जिसे सहेजा था सीने में
वही ज़ख्म बन गया
तेरे जाने के बाद समझ आया
अकेलापन कैसा होता है
अब तो आईने से भी डर लगता है
कहीं उसमें भी तेरा अक्स ना दिख जाए
तेरी यादें अब आदत बन चुकी हैं
जिनसे ना जी सकते हैं ना मर सकते हैं
जिसे पाने की हर कोशिश की
उसी ने सबसे ज़्यादा तड़पाया
हमने तो हर मोड़ पर तुझे चाहा
और तू हर मोड़ पर हमें छोड़ता गया
अब ना दिल लगता है किसी मेले में
ना सुकून मिलता है किसी बात में
हर रोज़ खुद को तसल्ली देते हैं
कि अब सब ठीक है, बस तू नहीं है
जिसे खो दिया वो लौट कर नहीं आता
पर उसकी यादें पीछा नहीं छोड़तीं
तू दूर हुआ तो लगा सब कुछ छूट गया
अब कुछ भी अपना सा नहीं लगता
जिसे जान से ज़्यादा चाहा
वो अजनबी सा बर्ताव कर गया
अब भी तेरी तस्वीर रखी है दिल में
शायद कभी तुझे फिर से देख पाएं
वो हँसती थी हमारी बातों पर
अब किसी और के साथ मुस्कराती है
कभी दिल करता है सब कुछ भूल जाऊं
पर तेरी यादें जाने नहीं देतीं
जिसे हर रोज़ सोचते हैं
वो हमें एक पल भी याद नहीं करता
तेरे जाने के बाद अब तन्हा रहना सीख लिया
हर दर्द को मुस्कान से छुपा लिया
दिल अब भी तुझे ढूंढता है
पर तू अब किसी और का हो चुका है
मुझे खोकर भी तू खुश है
और मैं तुझे खोकर भी तुझमें ही हूँ
ना तेरा कसूर था
ना मेरी मोहब्बत कम थी
वक़्त ही बेवफा निकला
अब किसी से गिला नहीं
क्योंकि हर अपना अजनबी निकला
तेरे नाम की एक किताब सी हूँ
हर पन्ने पर बस तू ही तू है
जो बात अधूरी रह गई थी
वही अब हर रात रुलाती है
जिसे छोड़ा नहीं कभी यादों में
वो असल में कब का छोड़ चुका था
तू मिला ही नहीं तो क्या खोया
पर तेरा ख्वाब भी अब अपना नहीं लगता
तेरे बिना जीना नहीं आता
और तेरे साथ जीना नसीब नहीं
अब हर शाम तेरी याद में डूब जाती है
ना रोशनी बचती है ना उम्मीद
तू चाहे भी लौट आए
पर दिल अब वो पहले जैसा नहीं रहा
कभी तुम्हें सोचा करते थे
अब खुद को भुलाना पड़ता है
किसी को चाहना गुनाह बन गया
क्योंकि मोहब्बत सिर्फ जख्म देती है
तेरे लबों की मुस्कान
कभी मेरी जान थी
अब किसी और की पहचान है
तू सबसे खास था
अब सबसे दूर हो गया
तेरे बाद हर रिश्ता फीका लगा
हर चेहरा झूठा लगा
अब कोई अच्छा नहीं लगता
क्योंकि तू सबसे अच्छा था
ना तेरा होना जरूरी था
ना तेरा जाना आसान
दिल अब भी वही है
पर धड़कने अब बेमतलब लगती हैं
मुझे खोकर शायद तुझे कुछ नहीं बदला
पर मेरा सब कुछ बदल गया
हर दर्द अब तेरा नाम लेता है
हर खुशी अब अनजान सी लगती है
जिस दिन तुझे भूल गए
समझ लेना वो दिन आखिरी होगा
तेरे बिना ना अब कोई ख्वाब बचा
ना कोई रात मीठी रही
कभी मुस्कान थी तू
अब बस एक सन्नाटा है
तेरे ख्यालों में ही हम जी रहे हैं
वरना ज़िन्दगी तो कब की खत्म हो चुकी है
अगर तू साथ होता
तो शायद सब कुछ आसान होता
अब तो आँखें भी सवाल नहीं करतीं
बस हर वक़्त भीगी रहती हैं
जिसे वक्त दिया उसने ही वक्त नहीं दिया
और हम अब भी उसी वक्त में अटके हैं
तेरी चुप्पी भी अब सब कह देती है
कि तू अब मेरा नहीं रहा